मौसी की लड़की को जमकर चोदा उसी के घर में

मौसी की लड़की को जमकर चोदा उसी के घर में

दोस्तो, मेरा नाम अमन है आज में आपको बताने जा रहा हु की कैसे मेने अपने “मौसी की लड़की को जमकर चोदा उसी के घर में”

मैं बैंगलोर का रहने वाला हूँ। मैं यहां अपने परिवार के साथ ही रहता हूं.

दोस्तो, मेरी उम्र 30 साल है. मेरी भी शादी हो गयी है. शादी के दो साल बाद मेरा अपनी पत्नी से झगड़ा होने लगा. हम दोनों ने अलग होने का फैसला कर लिया है और अब मामला कोर्ट में चल रहा है. (मौसी की लड़की को जमकर चोदा)

मेरी जिंदगी में सेक्स बहुत अहम है. मैं सेक्स का पूरा आनंद लेता हूं. मेरी पत्नी के जाने के बाद मेरी कामेच्छा और भी बढ़ गयी. मेरी कई महिला मित्र भी हैं जिनसे मेरी सेटिंग है। मौका देख कर मैं चौका भी लगा देता हूं.

Wildfantasy.com की कहानियाँ पढ़कर ही मेरा लंड खड़ा हो जाता है। फिर मेरा मन पोर्न सेक्स वीडियो देखने का करता है और फिर मेरे लंड को चूत की चाहत हो जाती है. उसे शांत करने के लिए मुझे एक चूत की जरूरत है.

इसलिए मैं सेक्स किये बिना नहीं रह पाता. जब से मेरी पत्नी के साथ मेरा मामला अदालत में गया, मैं थोड़ा चिंतित रहने लगा। मैं जहां रहता था वहां से थोड़ी ही दूरी पर मेरी मौसी की लड़की का घर भी है.

उसका नाम आशिका है. उसकी भी शादी हो चुकी है, कहने को तो वो एक चुदासी चूत है। आशिका मुझसे 4 साल बड़ी है. उसकी दो लड़कियाँ हैं। उनकी सेक्स लाइफ में कोई कमी नहीं थी.

मेरा जीजा उसे अच्छे से चोदता था. वह बहुत खुश रहती थी. उसकी शादी से पहले हमारी खूब बनती थी इसलिए वो मुझसे हर बात शेयर करती थी. उन्होंने कई मामलों में मेरा समर्थन भी किया है.

एक दिन की बात है मैं काम से घर लौटा था. रात को खाना खाने के बाद मैं सोने के लिए बिस्तर पर चला गया. जैसा कि मेरी रोज की आदत थी, मैंने फोन उठाया।

मैं अपने मोबाइल फोन पर पोर्न वीडियो और सेक्स कहानियां पढ़कर टाइम पास करता था. कुछ सोशल साइट्स पर चैट भी करता था। रात के 10 बजे थे कि अचानक आशिका का फ़ोन आ गया।

मैंने फोन उठाया और उससे बात करने लगा. कुछ देर तक हम दोनों इधर उधर की बातें करते रहे. इसके बाद मामला सेक्स संतुष्टि तक पहुंच गया. आशिका ने पूछा कि मेरी कोई गर्लफ्रेंड है या नहीं?

मैंने उन्हें यह कह कर मना कर दिया कि अदालती कार्यवाही के कारण मुझे इन सब चीजों के लिए समय नहीं मिलता. वैसे अब सबको पता था कि मैं शादीशुदा हूँ इसलिए मेरी गर्लफ्रेंड बनना बहुत मुश्किल था।

आशिका कहने लगी- ऐसा नहीं है, तुम जो सोच रहे हो वो तुम्हारे मन का भ्रम है। शादी के बाद भी गर्लफ्रेंड बन सकती हैं. आप दिखने में भी बहुत अच्छे हैं. तुम भी खूब कमाते हो.

अगर आपको पत्नी के रूप में अच्छी लड़की नहीं मिली तो इसे किस्मत का खेल ही कहा जाएगा। मैंने कहा- लेकिन अब कोई लड़की मुझ पर ध्यान नहीं देती. वो बोली- ऐसा नहीं है. तुम्हें लड़की आसानी से मिल जायेगी.

अपने ऑफिस में ही ट्राई कर लिया करो. मैंने कहा- जहां मैं काम करता हूं, वहां कोई लड़की नहीं है. सभी लड़के हैं. वो बोली- कोई बात नहीं, लेकिन ऐसे निराश होने से कुछ नहीं होगा.

काफी देर तक हमारे बीच ऐसी ही बातें होती रहीं. वह मुझे समझाती रही. आखिर में उसने यहां तक कह दिया कि अगर मैं और वो भाई-बहन नहीं होते तो वो भी कभी मुझे ना नहीं करती. (मौसी की लड़की को जमकर चोदा)

उसकी बातें सुनकर एक बार तो मैं हैरान रह गया. लेकिन फिर मैंने बात खींचते हुए कहा- तो क्या हुआ, अगर हम भाई-बहन हैं तो क्या फर्क पड़ता है? मुझे इसमें कुछ भी गलत नहीं दिखता.

मैंने कहा- आशिका, अगर मैं तुम्हें सच में पसंद करता हूँ और तुम मेरी परेशानी समझ रही हो तो तुम मेरी मदद कर सकती हो। वह नहीं-नहीं कहती रही.

मैंने उसे मनाने की कोशिश की, लेकिन वो न … न की रट लगाये हुए थी, जबकि मेरे मन में उसके लिए सेक्स का शैतान जाग चुका था. मैंने आशिका से कहा- ठीक है, कल मैं तुम्हारे घर आ रहा हूं.

वहां हम आमने-सामने बात करेंगे. ये कह कर मैंने फ़ोन रख दिया. उसके बारे में सोच कर मेरा लंड भी खड़ा हो गया. मैंने कभी आशिका की चूत चुदाई के बारे में ध्यान ही नहीं दिया था.

लंड खड़ा था इसलिए मुझे मुठ मारनी पड़ी. मुठ मारने के बाद मैं सो गया. मैं मन ही मन खुश हो रहा था मानो मेरी लॉटरी लग गई हो.

अपनी चचेरी बहन की चुचियाँ और उसकी चूत के बारे में सोच कर मेरे मन में एक अलग सा रोमांच पैदा हो गया था. अगले दिन मैं उसके घर जाने के लिए तैयार था.

मुझे पता था कि वो दोपहर को घर पर अकेली होती है. रास्ते में मैंने मेडिकल शॉप से कंडोम का एक पैकेट भी खरीद लिया. मैंने तो उसको चोदने का मन बना लिया था.

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मैं उसके घर पहुंचा और घंटी बजाई. उसने दरवाज़ा खोला तो आश्चर्य से अपने सिर पर हाथ रख लिया। उसे यकीन ही नहीं हो रहा था कि मैं सच में उसके घर पहुंच जाऊंगा. फिर मैं भी बेशर्मों की तरह हंसता हुआ अन्दर चला गया.

दरवाजा बंद करते ही बोला- पागल हो क्या यार? तुम सचमुच आ गये! मैं सोच रहा था कि तुम फोन पर मजाक कर रहे हो.

फिर वो बोली- देखो, तुम मेरे भाई हो, अगर तुम उस (सेक्स) इरादे से आये हो तो ऐसा नहीं हो सकता. अगर तुम्हें ये सब करना है तो अभी वापस जाओ.

लेकिन मैं तो अपनी चचेरी बहन को चोदने का मन बना चुका था. मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपनी ओर खींच लिया और उसके गालों को सहलाने लगा.

वो मेरा थोड़ा विरोध करने लगी. जब मुझे लगा कि वो मान जायेगी तो मैंने उसे उठाया और बेडरूम की ओर ले गया.

अंदर जाकर मैंने उसे बिस्तर पर पटक दिया. उसके मुलायम बदन को छूने मात्र से ही मेरे लंड में तनाव आ गया था. वो बोली- यार, ऐसा नहीं हो सकता, ये सब गलत है.

मैं उसके ऊपर चढ़ गया और उसके होंठों पर उंगली रखते हुए बोला- शश… तुम जानती हो कि क्या सही है और क्या ग़लत है, और मैं भी जानता हूँ। हम भाई-बहन से बढ़कर हैं, हम एक-दूसरे के अच्छे दोस्त भी हैं।

मैं उसकी गर्दन पर चूमने लगा. मैंने कहा- आह्ह … आशिका एक बार करने दो … बहुत दिन हो गए यार … जब से तुम्हारी भाभी गई है, मैं सेक्स के लिए तरस रहा हूं.

ये कह कर मैं उसके होंठों को चूमने लगा. वह मुझे रोकने की बहुत कोशिश करती रही, लेकिन उसका प्रतिरोध बहुत मजबूत नहीं था। वह सिर्फ मामले को टालने की कोशिश कर रही थी. (मौसी की लड़की को जमकर चोदा)

दो मिनट में ही उसने मुझे अपनी बांहों में घेर लिया और मेरे होंठों को चूसने लगी. चूमते-चूमते मेरे हाथ उसकी चुचियों की तरफ बढ़े. मैं उसकी चुचियाँ दबा रहा था और साथ ही उसके होंठ भी चूस रहा था।

उसकी मैक्सी के अंदर से धीरे-धीरे उसकी चुचियों को दबाने में बहुत मजा आ रहा था. बहुत दिनों के बाद मुझे किसी औरत का इतना आशिका स्पर्श मिला था.

आशिका ने अन्दर कुछ भी नहीं पहना हुआ था. उसके चूचे बिना ब्रा के नंगे थे. उसके निपल्स को छूना एक मखमली आनंद था. मैं उसकी चुचियों को धीरे धीरे दबाते हुए उसके आशिका बदन का पूरा मजा लेने में मग्न था.

फिर मैंने धीरे-धीरे आशिका की मैक्सी को ऊपर उठाना शुरू किया. अब मैंने मैक्सी को उसकी कमर तक ऊपर कर दिया और नीचे से उसकी चूत नंगी थी. मेरी उंगलियाँ उसकी चूत को छू रही थीं.

अपनी मौसी की बेटी की नंगी चूत पर उंगलियां फिराते हुए मुझे अलग ही मजा आ रहा था. उसकी चूत बहुत रेशमी थी. चूत से भाप निकल रही थी. मैं उसकी मुलायम जांघें भी सहलाने लगा.

जब मैं उसकी मुलायम जांघों को अपनी उंगलियों से सहला रहा था तो ऐसा लग रहा था मानो उसके शरीर से सेक्स की गर्मी निकल रही हो.

मैंने उसकी मैक्सी उतार दी और उसे पूरी नंगी कर दिया. मैं उसके चूचों पर टूट पड़ा. मैं उसकी चुचियों को मुँह में लेकर पीने लगा. कभी एक चूची तो कभी दूसरी चूची.

वो एक चूची को चूसते हुए दूसरे के चूचुक को मसल रहा था. फिर वो दूसरी चूची को चूसते हुए पहली के निप्पल को अपनी उंगलियों के बीच में लेकर काट रहा था.

जब उससे बर्दाश्त नहीं हुआ तो उसने मुझे पीछे धकेल दिया और अपने नंगे बदन पर चादर डाल ली. मैंने घुटनों के बल बैठ कर अपनी शर्ट खोल दी.

जब मेरे हाथ मेरी पैंट खोलने के लिए बढ़े तो उसने मेरी छाती की तरफ देखा और अपना चेहरा चादर में छिपा लिया। मैंने अपने कपड़े उतार दिए और अंडरवियर भी उतार दिया और पूरा नंगा हो गया.

मैंने चादर उठाई और अन्दर घुस गया. मेरा शरीर अब आशिका के नंगे और गर्म शरीर से रगड़ रहा था। मैं उसके शरीर के हर हिस्से को चूम रहा था. मेरा लंड उसकी चूत के आसपास रेंग रहा था.

उसके बाद मैंने उसे उल्टा कर दिया और उसकी पीठ से लेकर जांघों तक चूमना शुरू कर दिया. मैंने पहली बार आशिका की गांड नंगी देखी थी. उसकी गांड बहुत सेक्सी लग रही थी. मैं उसकी पीठ को चूमते हुए उसके ऊपर लेट गया।

मेरा लंड अब उसकी गांड से टकरा रहा था. आह्ह… जब लंड उसकी मुलायम गांड पर रगड़ रहा था तो मेरा मन कर रहा था कि उसके शरीर के हर छेद को चोद कर चौड़ा कर दूं।

गांड पर लंड सहलाने से आशिका भी कामुक हो गयी. मैं भी पूरे जोश में था. मेरा लंड उसकी गांड से टकराकर बहुत सख्त हो गया था. जब मुझसे रहा नहीं गया तो मैंने उसे सीधा कर दिया.

उसे पीठ के बल लिटाकर मैं उसके होंठों को जोर-जोर से चूसने लगा। मैंने उसके हाथ पकड़ कर उसकी जाँघों के पास दबा दिये और मेरा लंड उसकी चूत पर चला गया। (मौसी की लड़की को जमकर चोदा)

फिर मैंने अपना लंड अपनी चचेरी बहन की चूत पर सैट किया. आशिका ने खुद ही मेरा लंड पकड़ लिया और अपनी चूत के छेद पर अच्छे से रख दिया. उसका मन अब खुद मेरे लंड से चुदाई करने को मचल रहा था.

लंड को चूत पर सेट करके मैंने जोर से धक्का मारा तो लंड आशिका की चूत में समा गया. उसकी चूत अंदर से बहुत गर्म थी. मजा आ गया बहुत दिनों बाद चोदने को कोई चूत मिली, वो भी मेरी मौसी की लड़की की चूत!

मैं जोश में उसके ऊपर चढ़ गया और उसकी चूत में जोर जोर से धक्के लगाने लगा. आशिका की चूत चोदते समय मैं उसके चेहरे की तरफ देख रहा था. मुझे किसी लड़की की चुदाई होते हुए उसके हाव-भाव देखने में मजा आता है।

उनके चेहरे पर खुशी और दर्द के मिश्रित भाव थे. उसे देख कर मुझे और जोश आ रहा था और मैं उसकी चूत में जोर जोर से धक्के मार रहा था. मैंने दस मिनट तक उसकी चूत चोदी और उन दस मिनट में वो एक बार झड़ गयी.

आशिका की चूत से निकले रस से मेरा लंड पूरा भीग गया था. अब लंड और चूत की इस जंग में पच-पच… पच-पच… फच-फच… गच-गच… का संगीत भी शामिल हो गया था.

उसकी चूत चोदते समय मुझे इतना आनंद आया कि कुछ देर बाद मैं झड़ने के करीब आ गया. पंद्रह मिनट की चुदाई के बाद मेरा भी वीर्य निकलने वाला था.

मैं उसकी चूत में ही झड़ना चाहता था लेकिन फिर भी मैंने उससे पूछा. मैंने कहा- मेरा निकलने वाला है, कहाँ निकालूँ? वो बोली- अन्दर नहीं, पानी अन्दर नहीं जाना चाहिए.

उसके कहने पर मैंने लंड को बेमन से बाहर खींच लिया. इसे उलट दिया. फिर उल्टा करके अपना लंड जो फटने को हो रहा था उसकी गांड पर रगड़ने लगा.

मैंने अपने दोनों हाथों से उसकी बगलों से उसकी चुचियाँ पकड़ लीं और उसके ऊपर लेट कर उसकी गांड पर लंड रगड़ने लगा. आह्ह … दोस्तो, इस क्रिया में मुझे भी बहुत मजा आ रहा था.

बस एक ही कमी थी कि मैं माल को चूत के अंदर नहीं गिरा पाता था. मैं पीछे से उसकी गर्दन पर किस करते हुए लंड को रगड़ता रहा. अब मैं उसकी चुचियों को दोगुनी ताकत से दबा रहा था.

वह रोने ही वाली थी. एक बार मेरा मन उसकी गांड में लंड डालने का हुआ, लेकिन मैं उसकी इजाजत के बिना ऐसा नहीं करना चाहता था.

कुछ सेकंड के बाद मेरे लंड ने नियंत्रण खो दिया और मेरे लंड से वीर्य निकल कर उसकी गांड पर गिरने लगा. मैं आशिका की मुलायम गांड पर टूट पड़ा. कुछ देर तक हम दोनों ऐसे ही हांफते रहे और लेटे रहे.

उसके बाद आशिका ने मुझे अपने ऊपर से हटाया और अपनी मैक्सी लेकर बाथरूम की ओर चली गयी. कुछ देर बाद वो फ्रेश होकर आई। मैंने अपने कंडोम के पैकेट को देखा और सोचा कि यह तो इस्तेमाल ही नहीं हुआ है।

इतने में आशिका बोली- ये पहली और आखिरी बार है. इसके बाद हम ये सब नहीं करेंगे. आज के बाद ऐसा सोचना भी मत. मैंने मन में कहा- भाभी, अभी तो शुरुआत है, आगे देखिये क्या होता है.

मैंने मुस्कुरा कर उससे कहा- हां ठीक है, बाद में देखेंगे. मुझे उनके घर आये काफी समय हो गया था. अब मैंने वहां रुकना ठीक नहीं समझा और मैं भी फ्रेश होकर वहां से निकल गया. (मौसी की लड़की को जमकर चोदा)

उसके बाद मैंने आशिका को कई बार गर्म किया और चोदा. उसकी चूत मारी और उसके शरीर का खूब मजा लिया.

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